क्या कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल अहमदाबाद विमान हादसे के पीड़ितों से मिला?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों से मिला।
- सरकार से राहत की मांग की गई।
- इस त्रासदी ने कई निर्दोष लोगों की जान ली।
- ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद जांच शुरू।
- सरकार को संवेदनशीलता दिखाने की आवश्यकता।
अहमदाबाद, १४ जून (राष्ट्र प्रेस)। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को अहमदाबाद विमान हादसे के पीड़ितों से मिलने पहुँचा। इस प्रतिनिधिमंडल में ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के सदस्य एवं पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा भी शामिल थे। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस पर राजनीति न की जाए और पीड़ितों को शीघ्र राहत प्रदान की जाए।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल सिविल अस्पताल जाकर घायलों और उनके परिवारों से मिला। इसके पश्चात् वे क्रैश साइट पर भी गए। पार्टी अध्यक्ष ने कुछ महत्वपूर्ण बातें स्पष्ट रूप से रेखांकित की हैं। मुआवजे के मुद्दे पर भी उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार को इसके बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "अब ब्लैक बॉक्स मिल चुका है। ऐसे में जांच के बाद सभी तथ्यों का खुलासा होना चाहिए। यह एक ऐसी त्रासदी है, जिसे भारत कभी नहीं भूल पाएगा। कई निर्दोष लोगों ने अपनी जान खो दी। कांग्रेस का मानना है कि सरकार को इस विषय पर अपने शब्दों, विचारों और आचरण में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। बिना संवेदनशीलता के घावों पर मरहम नहीं लगाया जा सकता। मुझे विश्वास है कि चाहे मुख्यमंत्री हों या प्रधानमंत्री, दोनों ही भविष्य में अपने आचरण में संवेदनशीलता प्रदर्शित करेंगे। दोनों ही गुजरात से हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार को दोपहर गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान एआई 171 जैसे ही उड़ान भरी, वह तुरंत बाद क्रैश हो गई। दोपहर १:३९ बजे विमान ने उड़ान भरी और कुछ ही क्षण बाद दो किलोमीटर दूर स्थित एक अस्पताल के होस्टल से टकरा गया, जिससे उसमें आग लग गई। इस विमान में २४२ लोग (१६९ भारतीय, ५३ ब्रिटिश, ७ पुर्तगाली और १ कनाडाई यात्री और १२ क्रू सदस्य) सवार थे। हादसे में विमान में मौजूद २४१ लोगों की मौत हो गई, जबकि एक ब्रिटिश नागरिक घायल हो गए। वहीं, होस्टल में मौजूद कई मेडिकल छात्र भी इस हादसे में काल के गाल में समा गए।