क्या जम्मू से पंजाब तक योग दिवस को लेकर उत्साह है?

सारांश
Key Takeaways
- योग
- स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है
- तनाव को कम करने में सहायक
- सभी उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त
- समाज का स्वास्थ्य बढ़ाना
जम्मू/जालंधर, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। 21 जून को विश्व स्तर पर योग दिवस मनाया जाएगा और पूरे देश में लोग योग करते हुए नजर आएंगे। इसी क्रम में, गुरुवार को जम्मू के हर की पौड़ी में एक योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान 400 बच्चे और उनके माता-पिता ने भाग लिया। वहीं, पंजाब सरकार ने जालंधर के पीएपी ग्राउंड में योग दिवस का आयोजन किया, जहाँ हजारों की संख्या में लोग योग करने पहुंचे।
भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने कहा, "हर की पौड़ी पर आयोजित योग शिविर में 400 बच्चे और उनके माता-पिता ने भाग लिया। आज पूरा विश्व योग के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ चुका है।" उन्होंने आगे कहा, "यदि हमें एक अच्छे और स्वस्थ वातावरण में रहना है, तो हमें सभी को मिलकर योग को अपनाना होगा। मैं देश के सभी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे आगामी 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में सक्रिय रूप से भाग लें।"
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद के निदेशक डॉ. राघवेंद्र राव ने कहा, "योग तनाव कम करने, कार्य क्षमता बढ़ाने और हमें विभिन्न बीमारियों से बचाने में मददगार है। यह आवश्यक है कि योग हर किसी की दिनचर्या का हिस्सा बन जाए।"
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने जालंधर के पीएपी ग्राउंड में योगासन किया और कहा कि योग दिवस के अवसर पर पंजाब सरकार ने यह आयोजन किया है। सीएम ने इसकी शुरुआत की थी। योग से हमारा शरीर बीमारियों से दूर रहेगा और यह तन और मन की शांति के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे अपनी सेहत के लिए नियमित रूप से योग करें।
75 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुरेंदर कौर ने बताया कि वह पिछले 10 वर्षों से योग कर रही हैं और इस उम्र में भी उन्हें कोई बीमारी नहीं है। वहीं, एक अन्य युवा योगाभ्यास करने वाली ने कहा कि इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपनी सेहत के लिए कुछ समय निकालना जरूरी है। योग से शरीर स्वस्थ रहता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बारे में मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह लुधियाना उपचुनाव और अन्य कामों के कारण उपस्थित नहीं हो सके।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के चलते, 21 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी। अपने प्रस्ताव में, यूएनजीए ने माना कि "योग जीवन के सभी पहलुओं के बीच संतुलन बनाने के साथ-साथ स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।"