क्या केंद्र ने कर्नाटक के आम किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की है?

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क्या केंद्र ने कर्नाटक के आम किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की है?

सारांश

कर्नाटक के आम किसानों के लिए केंद्र की नई मुआवजा योजना बाजार में गिरती कीमतों के बीच राहत का एक महत्वपूर्ण कदम है। क्या यह कदम किसानों के लिए स्थायी समाधान प्रदान करेगा? जानें इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में।

Key Takeaways

  • केंद्र ने मुआवजा योजना की घोषणा की।
  • किसानों को बाजार मूल्य गिरने से राहत मिलेगी।
  • संयुक्त रूप से केंद्र और राज्य सरकार देंगे राशि।
  • किसान कल्याण सरकार की प्राथमिकता।
  • किसानों की समस्याओं का समाधान आवश्यक।

बेंगलुरू, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने शनिवार को कर्नाटक राज्य के आम किसानों के लिए ‘मूल्य कमी भुगतान योजना’ (पीडीपीएस) के तहत मुआवजे की घोषणा की है, जो आम की कीमतों में गिरावट के कारण संकट में हैं। यह राशि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से दी जाएगी।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर कहा, "कर्नाटक में आम के गिरते बाजार मूल्य से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए, केंद्र सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले।"

उन्होंने कहा, "मैंने इस मामले पर कर्नाटक के कृषि मंत्री एन. चेलुवरायस्वामी के साथ विस्तृत चर्चा की है। इस बात पर सहमति बनी है कि ‘मूल्य न्यूनता भुगतान योजना’ के तहत लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन आम के लिए किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।"

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसान कल्याण केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। हमारी सरकार हर परिस्थिति में किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है। किसानों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य दिलाना हमारा अटल लक्ष्य है।"

इस बीच, केंद्रीय खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कर्नाटक में आम किसानों को मुआवजा देने का आश्वासन देने के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है।

केंद्रीय मंत्री जोशी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज चौहान के सक्रिय प्रयासों के कारण कर्नाटक में आम किसानों को बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद उचित मुआवजे का आश्वासन दिया गया है।"

उन्होंने कहा, "यह पहल हमारे किसानों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। हम समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हैं।"

13 जून को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से राज्य के आम किसानों के लिए तत्काल ‘मूल्य कमी भुगतान’ और ‘बाजार हस्तक्षेप योजना’ की मांग की है।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस संबंध में केंद्रीय मंत्री चौहान को पत्र लिखा था।

उन्होंने लिखा था, "मैं आपका व्यक्तिगत ध्यान कर्नाटक भर में आम किसानों के समक्ष मौजूदा फसल सीजन के दौरान बाजार की कीमतों में तेज और अस्थिर गिरावट के कारण हो रही गंभीर परेशानी की ओर आकर्षित करने के लिए पत्र लिख रहा हूं। कर्नाटक की प्रमुख बागवानी फसलों में से एक आम की खेती लगभग 1.39 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की जाती है, और इस रबी सीजन में इसका उत्पादन 8 से 10 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, खास तौर पर बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु शहरी, चिक्काबल्लापुरा, कोलार और बेंगलुरु दक्षिण जिलों में।"

उन्होंने आगे लिखा, "मई से जुलाई के बीच फसल की सबसे अधिक पैदावार के महीनों के दौरान बाजार में कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव होता है। बाजार में कीमतें, जो पहले 12,000 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास थीं, अब गिरकर 3,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई हैं, जबकि कर्नाटक राज्य कृषि मूल्य आयोग ने खेती की लागत 5,466 रुपये प्रति क्विंटल की सिफारिश की है। उत्पादन लागत और बाजार प्राप्ति के बीच इस असंतुलन ने कृषक समुदाय को गंभीर वित्तीय तनाव में डाल दिया है।"

उन्होंने कहा, "हजारों छोटे और सीमांत आम उत्पादक अपनी बुनियादी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं, जिसके कारण व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और कृषि क्षेत्र में चिंता बढ़ रही है। जब तक शीघ्र और प्रभावी हस्तक्षेप नहीं किया जाता, यह संकट क्षेत्र में गंभीर सामाजिक-आर्थिक परिणाम पैदा कर सकता है।"

Point of View

लेकिन इसे प्रभावी और त्वरित कार्यान्वयन की आवश्यकता है।
NationPress
22/06/2025

Frequently Asked Questions

किस योजना के तहत किसानों को मुआवजा मिलेगा?
कृषि मंत्रालय ने 'मूल्य कमी भुगतान योजना' (पीडीपीएस) के तहत किसानों को मुआवजा देने की घोषणा की है।
किस कारण से मुआवजा दिया जा रहा है?
यह मुआवजा आम की कीमतों में गिरावट के कारण दिया जा रहा है, जिससे किसान संकट में हैं।
मुआवजे की राशि कौन देगा?
यह राशि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान की जाएगी।
कितने किसानों को लाभ मिलेगा?
लगभग 2.5 लाख मीट्रिक टन आम के लिए किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
कब तक मुआवजा मिलेगा?
इसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी, ताकि किसानों को राहत मिल सके।