क्या नोएडा में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है? जिलाधिकारी मेधा रूपम ने प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण

सारांश
Key Takeaways
- जलस्तर वृद्धि से प्रशासन की सजगता में वृद्धि हुई है।
- जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
- राहत शिविरों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
- पालतू पशुओं के लिए भी सुरक्षित व्यवस्था की जा रही है।
- प्रशासन ने लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी है।
नोएडा, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। यमुना नदी में जलस्तर के निरंतर बढ़ने की संभावनाओं के बीच, गौतमबुद्ध नगर प्रशासन ने सजगता से कदम उठाए हैं। इस संकट के मद्देनजर, जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों का स्थलीय निरीक्षण किया।
इस दौरे में उन्होंने सेक्टर-150 के प्रभावित इलाकों का अवलोकन किया और वहां रह रहे नागरिकों से संवाद स्थापित किया, उनकी समस्याओं को सुना। निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बाढ़ से प्रभावित सभी नागरिकों और पालतू पशुओं को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को प्रशासन द्वारा संचालित शरणालयों में व्यवस्थित रूप से स्थानांतरित किया जाए, और पशुओं के लिए सुरक्षित ग्रीन बेल्ट क्षेत्रों में ठहरने की उचित व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही, पर्याप्त मात्रा में चारा और सूखे स्थान की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि राहत शिविरों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जैसे स्वच्छ पेयजल, पर्याप्त भोजन, चिकित्सा सुविधा, शौचालय, स्वच्छता, विद्युत आपूर्ति और सुरक्षा।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी परिस्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी स्तरों पर सतर्कता बरती जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि लगभग 40 प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इसके साथ ही, कई पालतू और दुधारू पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुसार, प्रभावित नागरिकों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई न हो। अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों की निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं और कहा गया है कि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाए।
दौरे के दौरान एसीपी नोएडा, तहसीलदार सदर और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे। प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि बाढ़ की आशंका से प्रभावित होने वाले सभी क्षेत्रों में पहले से सुरक्षा और बचाव के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।