क्या केंद्र ने शेल इंडिया के साथ मिलकर ग्रीन स्किल-केंद्रित ईवी ट्रेनिंग प्रोग्राम लॉन्च किया?

सारांश
Key Takeaways
- युवाओं को इलेक्ट्रिक व्हीकल और ग्रीन एनर्जी में कौशल प्रदान किया जाएगा।
- प्रशिक्षण दिल्ली-एनसीआर, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक में होगा।
- प्रोग्राम के तहत विभिन्न स्तरों पर कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नई दिल्ली, 13 जून (राष्ट्र प्रेस)। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने शुक्रवार को सूचित किया कि प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) ने शेल इंडिया के साथ मिलकर एक नया ट्रेनिंग प्रोग्राम आरंभ किया है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत देश के युवाओं को इलेक्ट्रिक व्हीकल और ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में कौशल प्रदान किया जाएगा।
ग्रीन स्किल एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) ट्रेनिंग प्रोग्राम का लक्ष्य छात्रों और शिक्षकों को ग्रीन एनर्जी और ई-मोबिलिटी में भविष्य की आवश्यकताओं के लिए तैयार करना है।
यह पहल उस समय पर की गई है जब सरकार अपनी नेट-जीरो महत्वाकांक्षाओं के अनुरूप ग्रीन एनर्जी और ईवी को अपनाने में सक्रियता से जुटी हुई है।
एमएसडीई और शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी ने कहा, "शेल इंडिया के साथ हमारी साझेदारी स्किल को सस्टेनेबिलिटी से जोड़ने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे केवल पर्यावरण से जुड़े नहीं हैं, बल्कि यह भारत के लिए एक पीढ़ीगत अवसर भी प्रस्तुत करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि यह पहल हमारे व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जिसके तहत हम एक ऐसा वर्कफोर्स तैयार करना चाहते हैं जो न केवल नौकरी के लिए तैयार हो, बल्कि जलवायु के लिए भी सजग हो। हम युवा भारतीयों को ग्लोबल ग्रीन इकोनॉमी का हिस्सा बनाने के लिए कौशल प्रदान कर रहे हैं।
इस साझेदारी के तहत दिल्ली-एनसीआर, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक में कुछ राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में गृह स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी।
एमएसडीई ने कहा कि पहले चरण में, कार्यक्रम के अंतर्गत चार एनएसटीआई में 240 घंटे का एडवांस्ड ईवी टेक्निशियन कोर्स, शेल द्वारा समर्थित 12 आईटीआई में 90 घंटे का जॉब-ऑरिएंटेड ईवी स्किल्स कोर्स और अतिरिक्त आईटीआई में 50 घंटे का फाउंडेशनल ग्रीन स्किल मॉड्यूल शामिल हैं।
इस पहल में 250 से अधिक इंस्ट्रक्टर्स के लिए ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स (टीओटी), शेल और डीजीटी से को-ब्रांडेड सर्टिफिकेशन और उद्योग की तत्परता बढ़ाने के लिए स्ट्रक्चर्ड प्लेसमेंट सपोर्ट भी शामिल है।