क्या दिलीप दोषी स्पिन गेंदबाजी के सच्चे कलाकार थे जिन्होंने क्रिकेटरों की एक पीढ़ी को प्रेरित किया?

सारांश
Key Takeaways
- दिलीप दोषी ने भारतीय क्रिकेट में अनमोल योगदान दिया।
- उन्होंने 114 टेस्ट विकेट और 22 वनडे विकेट लिए।
- बिन्नी ने उन्हें स्पिन गेंदबाजी का सच्चा कलाकार बताया।
- उनका समर्पण और कौशल कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बना।
- उनके निधन से क्रिकेट जगत में शोक का माहौल है।
मुंबई, 24 जून (राष्ट्र प्रेस) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर दिलीप दोषी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया, जिन्होंने सोमवार को 77 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। उन्होंने कहा कि वे स्पिन गेंदबाजी के असली कलाकार थे, जिन्होंने अपने अद्वितीय कौशल और समर्पण के जरिए क्रिकेटरों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया।
दोषी ने 1979 में 32 वर्ष की आयु में भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और 1979 से 1983 के बीच 33 टेस्ट और 15 वनडे मैचों में देश का प्रतिनिधित्व किया। उन्हें क्लासिकल लेफ्ट-आर्म स्पिन के लिए जाना जाता था, उन्होंने 114 टेस्ट विकेट लिए, जिनमें छह बार पांच विकेट लेने का कारनामा शामिल है, और 22 वनडे विकेट भी हासिल किए। उनके करियर में, उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 238 मैचों में 898 विकेट लिए।
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, "बीसीसीआई इस अपूरणीय क्षति पर शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवार, प्रियजनों और क्रिकेट समुदाय के साथ एकजुटता से खड़ा है। दिलीप दोषी के निधन की खबर सुनकर हमें गहरा दुख हुआ है। वे स्पिन गेंदबाजी के असली कलाकार थे, मैदान के अंदर और बाहर एक सज्जन व्यक्ति और भारतीय क्रिकेट के समर्पित सेवक थे।"
उन्होंने कहा, "खेल पर उनका प्रभाव बहुत बड़ा था और उन्होंने अपने कौशल और समर्पण से क्रिकेटरों की एक पीढ़ी को प्रेरित किया। भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। हम इस कठिन समय में उनके परिवार, दोस्तों और पूरे क्रिकेट जगत के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।"
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, "दिलीप दोषी एक बेहतरीन क्रिकेटर और एक उत्कृष्ट इंसान थे। खेल के प्रति उनका जुनून उनकी हर गेंद में झलकता था। उनका व्यवहार शांत था और उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना थी। उन्होंने एक महत्वपूर्ण अवधि के दौरान भारत के स्पिन आक्रमण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक क्लासिकल स्पिनर और एक बेहतरीन व्यक्ति के रूप में उनकी विरासत हमेशा भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज रहेगी। उनकी आत्मा को शांति मिले।"
-राष्ट्र प्रेस
आरआर/