क्या टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने मॉडलिंग के कई ऑफर ठुकरा दिए?

सारांश
Key Takeaways
- मनिका बत्रा ने बचपन में ही टेबल टेनिस खेलना शुरू किया।
- उन्होंने कई महत्वपूर्ण पुरस्कार जीते हैं।
- मनिका ने अपने करियर के लिए मॉडलिंग के ऑफर ठुकरा दिए।
- वह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
- मनिका ने तीन ओलंपिक में भाग लिया है।
नई दिल्ली, 14 जून (राष्ट्र प्रेस)। टेबल टेनिस की दुनिया में भारत की पहचान बनाने में मनिका बत्रा का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। 15 जून 1995 को दिल्ली में जन्मी मनिका अपने तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं।
मनिका, जो कि तीन बार की ओलंपियन हैं, दिल्ली के नारायणा विहार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता का नाम गिरीश बत्रा और मां का नाम सुषमा बत्रा है। बड़े भाई-बहन आंचल और साहिल को टेनिस खेलते देख मनिका का भी खेल में रुचि जागी। उन्होंने महज चार साल की उम्र में टेबल टेनिस खेलना आरंभ किया, और उस उम्र में ही उनकी स्किल्स अद्भुत थीं।
परिवार ने जल्दी ही मनिका की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें सपोर्ट करना शुरू किया। महज सात साल की उम्र में उन्होंने अंडर-8 कैटेगरी का राज्य स्तरीय टूर्नामेंट जीत लिया। यह वह क्षण था, जिसके बाद मनिका ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। धीरे-धीरे उन्होंने अपनी प्रतिभा से दुनिया का ध्यान आकर्षित किया। जब वह केवल 16 वर्ष की थीं, तब उन्हें स्वीडन में पीटर कार्लसन अकादमी में प्रशिक्षण के लिए स्कॉलरशिप का प्रस्ताव मिला, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
मनिका ने 2011 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया और उसी वर्ष चिली ओपन अंडर-21 में सिल्वर मेडल जीता। वर्ष 2016 उनके लिए खास साबित हुआ, जब उन्होंने साउथ एशियन गेम्स में तीन गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता। इसी वर्ष उन्होंने रियो में अपना पहला ओलंपिक खेला।
मनिका ने गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स-2018 में दो गोल्ड मेडल, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीते। इसके अलावा, उन्होंने जकार्ता में एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल भी अपने नाम किया। मनिका ने 2022 के एशियन कप में विमेंस सिंगल्स का ब्रॉन्ज भी जीता था, और 2024 में एशियन चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता।
मनिका बत्रा ने पेरिस ओलंपिक-2024 में इतिहास रचते हुए विमेंस सिंगल्स के अंतिम-16 में स्थान बनाया। वह ओलंपिक टेबल टेनिस के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं, लेकिन अफसोस, वह मेडल नहीं जीत सकीं। इससे पहले, टोक्यो ओलंपिक-2020 में उन्होंने विमेंस सिंगल्स के राउंड ऑफ-32 में जगह बनाने वाली पहली महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया।
मनिका न केवल अपने खेल के लिए, बल्कि अपनी खूबसूरती के कारण भी सुर्खियों में रहती हैं। हालांकि, उन्होंने हमेशा अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया है। लंबी कद-काठी वाली मनिका को टीनएज में मॉडलिंग के कई प्रस्ताव मिले, लेकिन उन्होंने उन्हें ठुकरा दिया। उन्होंने टेबल टेनिस के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और जीसस एंड मेरी कॉलेज से अपनी पढ़ाई को बीच में छोड़ दिया।
मनिका बत्रा, जो टेबल टेनिस के स्टार शरत कमल को अपने आदर्श मानती हैं, को 2018 में 'अर्जुन अवॉर्ड' और 2020 में 'मेजर ध्यान चंद खेल रत्न अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया। आज वह युवा खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श बन चुकी हैं।