क्या दैनिक उपयोग की वस्तुओं में टैक्स कटौती को बचत उत्सव के रूप में मनाना चाहिए? - गजेंद्र सिंह शेखावत

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी 2.0 का लागू होना एक महत्वपूर्ण कदम है।
- बचत उत्सव का आयोजन करना चाहिए।
- स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें।
- प्रधानमंत्री मोदी का आह्वान हमेशा प्रेरणादायक होता है।
- हर परिवार को कर राहत का लाभ उठाना चाहिए।
जोधपुर, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश को संबोधित करते हुए नवरात्रि और जीएसटी 2.0 के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि नवरात्रि के पहले दिन से जीएसटी 2.0 लागू होने जा रहा है, जिससे आम लोगों की जिंदगी में महत्वपूर्ण परिवर्तन आएंगे। इस पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सुझाव दिया कि दैनिक उपयोग की वस्तुओं में जीएसटी कटौती को बचत उत्सव के रूप में मनाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नवरात्रि के पहले दिन से जीएसटी सुधार लागू होगा। इस सुधार के माध्यम से हर परिवार को दैनिक उपयोग की वस्तुओं में कर कटौती और राहत मिलेगी, जिसे हमें 'बचत उत्सव' के रूप में सेलिब्रेट करना चाहिए। उन्होंने दुकानदारों से कहा कि वे इस बचत का लाभ ग्राहकों को प्रदान करें। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता दुकानदारों का धन्यवाद करें।
केंद्रीय मंत्री ने स्वदेशी उत्पादों को अपनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब भी हम बाजार जाएं, हमें भारत में निर्मित वस्तुओं को खरीदना चाहिए। मेक इन इंडिया को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और इसके माध्यम से हम स्वदेशी का संकल्प लें, जिससे हम भारत को आत्मनिर्भर बना सकें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान को देश की जनता हमेशा ऊर्जा के साथ स्वीकार करती है। कोविड के दौरान जब उन्होंने जनता से कर्फ्यू का आह्वान किया, तब पूरा देश घरों में सीमित हो गया था। जब उन्होंने कहा कि हमें अपने फ्रंटलाइन वॉरियर्स को सम्मान देने के लिए दीये जलाने चाहिए, तो पूरा देश दिवाली मना रहा था। मैं मानता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी का यह आह्वान निश्चित रूप से देश में एक नया वातावरण पैदा करेगा और देश को स्वदेशी मार्ग से आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएगा।