क्या तेजस्वी विधानसभा चुनाव में 25 सीटों पर सिमट जाएंगे?: अशोक चौधरी

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने परिवारवाद के मुद्दे पर एनडीए को घेरते हुए तीखे सवाल उठाए।
- अशोक चौधरी का दावा है कि तेजस्वी इस बार केवल 25 सीटों पर सिमट जाएंगे।
- बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं।
- जनता इस स्थिति को लेकर चिंतित है और बदलाव की आशा कर रही है।
- राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है।
पटना, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव की तैयारियों में जुटना शुरू कर दिया है। इस बीच, आरोप-प्रत्यारोप का खेल भी जारी है। हाल के दिनों में परिवारवाद को लेकर एनडीए और महागठबंधन के नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है। राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल ही में सरकार में आयोगों के गठन के संदर्भ में एनडीए पर आक्रमण किया है।
बिहार के मंत्री और जदयू के नेता अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव इस चुनाव में केवल 25 सीटों पर ही सिमट जाएंगे। बुधवार को जब पत्रकारों ने मंत्री अशोक चौधरी से विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा 'जीजा आयोग' बनाने की सलाह के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, "चिंता मत कीजिए, ये लोग इस बार केवल 25 सीटों पर सिमट जाएंगे।"
उन्होंने जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर टिप्पणी करने से मना करते हुए कहा कि उन्हें इतना बड़ा नेता मत बनाइए।
तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एनडीए को परिवारवाद के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवारवाद की बात करते हैं। उन्हें बिहार आकर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि 'जमाई आयोग' तो बना ही है, साथ में 'जीजा आयोग' भी बना दीजिए। अधिकारी लोग अपनी धर्मपत्नी को एडजस्ट करने में लगे हुए हैं।
बिहार सरकार में आयोगों के गठन पर तेजस्वी यादव ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीखे सवाल उठाए। उन्होंने कुछ आयोगों में नेताओं के रिश्तेदारों को जगह दिए जाने पर सवाल उठाए। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अचेत अवस्था के कारण संविधान विरोधी, आरक्षण विरोधी, मुस्लिम विरोधी एवं बहुजन विरोधी लोगों ने मुख्यमंत्री सचिवालय पर कब्जा कर लिया है। जनता कह रही है कि एक समर्पित 'जमाई आयोग' के साथ-साथ विशेष व्यवस्था आयोग भी बना देना चाहिए ताकि बिहार को लूटने में कोई कमी न रह जाए।