क्या मुसलमानों के साथ कांग्रेस ने अन्याय किया? इमरान मसूद के 'दरी बिछाने' वाले बयान पर एसटी हसन का प्रतिवाद

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस को समाजवादी पार्टी के सहयोग की आवश्यकता है।
- मुसलमानों के साथ कांग्रेस का इतिहास विवादास्पद रहा है।
- इमरान मसूद का बयान सपा में बेचैनी लाने वाला है।
- राजनीति में साम्प्रदायिक मुद्दों का महत्व है।
- उत्तर प्रदेश की चुनावी रणनीतियों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
मुरादाबाद, 15 जून (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एस.टी. हसन ने कहा है कि कांग्रेस कभी भी अकेले उत्तर प्रदेश में सरकार नहीं बना सकती। उनका यह बयान कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के उस बयान का प्रतिवाद है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुसलमान सपा में दरी बिछाते हैं।
एस.टी. हसन ने रविवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "मैं इमरान मसूद का सम्मान करता हूं। लेकिन, कांग्रेस के कुछ नेताओं को लगता है कि अगर पार्टी अकेले विधानसभा चुनाव लड़े तो उत्तर प्रदेश में सरकार बना लेगी। यह संभव नहीं है। कांग्रेस को ताकत समाजवादी पार्टी से ही मिल सकती है। कांग्रेस केवल समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर ही सरकार बना सकती है। इसके अलावा उसके पास कोई विकल्प नहीं है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास सभी को ज्ञात है कि उन्होंने मुसलमानों के साथ क्या किया है। किसी को यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि मुसलमान समाजवादी पार्टी में दरी बिछाता है या क्या करता है। 1980 के आसपास मुरादाबाद में मुसलमान थाने की सीढ़ी पर नहीं चढ़ पाते थे। यदि चढ़ भी गए तो उतरते समय उनका हाथ-पैर टूट जाता था। पुलिस ऐसे बहुत से लोगों को उठाकर ले गई, जो आज तक अपने घर नहीं लौटे।
सपा नेता ने कहा कि भिवंडी, मेरठ, जमशेदपुर, भागलपुर में क्या हुआ था, बाबरी मस्जिद के साथ क्या हुआ था। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में क्या हुआ था? आजादी से पहले 36 प्रतिशत मुसलमान सरकारी नौकरी में थे। आज वे 2 प्रतिशत पर कैसे आ गए? इसका जिम्मेदार कौन है? इन बातों को कुरेदने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। अब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को मिलकर देश के लिए खतरा बनी साम्प्रदायिक शक्तियों को हराना है।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा था कि सपा में चुप रहने वाला और दरी बिछाने वाला मुस्लिम नेता चाहिए। उन्हें बोलने वाला मुसलमान नेता नहीं चाहिए। इमरान मसूद के इस बयान ने समाजवादी पार्टी के अंदर बेचैनी बढ़ा दी है। उन्होंने आजम खान की स्थिति पर अखिलेश यादव की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं। मसूद उत्तर प्रदेश की सहारनपुर सीट से कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद हैं।