क्या कांग्रेस की जातिगत जनगणना पर सवाल उठाना सही है?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे केवल सवाल उठाने में लगी हैं।
- कांग्रेस को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
- केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना कराने पर सहमति दी है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा गर्व का क्षण है।
- तेहरान में फंसे भारतीयों के लिए विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है।
नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के नेता शाहनवाज हुसैन ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस एक तरफ जातिगत जनगणना की मांग करती है, लेकिन जब केंद्र सरकार इस पर सहमत हो जाती है, तब ये लोग उल्टे सीधे सवाल उठाने लगते हैं। उन्होंने सवाल किया कि ये लोग वास्तव में क्या चाहते हैं। उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने ये टिप्पणियाँ समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में की। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इस पार्टी के पास कोई ठोस काम नहीं है, इसलिए यह अब इधर-उधर की बातें कर रही है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस की इसी उल्टी-सीधी बातों के कारण अब कोई भी इनकी बातों को सुनने के लिए तैयार नहीं है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने जातिगत जनगणना से संबंधित केंद्र सरकार की अधिसूचना पर अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने तेलंगाना सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना को साझा किया।
उन्होंने केंद्र सरकार की अधिसूचना में एक बार भी 'जाति जनगणना' शब्द का प्रयोग नहीं होने का सवाल उठाया, जबकि तेलंगाना की अधिसूचना में यह शब्द तीन बार आया है।
इसी पर शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस पार्टी के पास अब कोई काम नहीं रह गया है। उन्होंने पूछा, अगर कांग्रेस को अब भारत सरकार पर विश्वास नहीं है, तो फिर किस सरकार पर विश्वास है?
इसके अलावा, जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर उन्होंने कहा कि यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि प्रधानमंत्री ऐसे समय में कनाडा गए हैं जब भारत ने हाल ही में आतंकवाद के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। भारत ने पूरी दुनिया में चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का भी काम किया है।
शाहनवाज हुसैन ने इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध की स्थिति पर भी कहा कि कई भारतीय तेहरान में फंसे हुए हैं। विदेश मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें कहा गया है कि तेहरान में फंसे भारतीय जल्द से जल्द स्वदेश लौटें।