क्या राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा की मजबूती के लिए ‘साइबर सुरक्षा’ अभ्यास महत्वपूर्ण है?

सारांश
Key Takeaways
- साइबर सुरक्षा का अभ्यास 16 से 27 जून तक होगा।
- 100 से अधिक प्रतिभागियों का भाग लेना।
- अभ्यास में साइबर चुनौती से जुड़ी टास्क दी जाएगी।
- मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों का सम्मेलन आयोजित होगा।
- भारतीय सेना का संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘शक्ति’ भी चल रहा है।
नई दिल्ली, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। साइबर खतरों से निपटने के लिए भारतीय सुरक्षा और साइबर एजेंसियों ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। डिफेंस साइबर एजेंसी ने एक व्यापक साइबर सुरक्षा अभ्यास ‘साइबर सुरक्षा’ की शुरुआत की है। यह अभ्यास 16 जून को आरंभ हुआ है। इसके साथ ही, भारतीय सेना की एक टुकड़ी फ्रांस के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘शक्ति’ के लिए सोमवार को भारत से रवाना हुई है।
अभ्यास ‘साइबर सुरक्षा’ पर रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह अभ्यास मुख्यालय इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। यह अभ्यास 16 जून से 27 जून तक चलेगा। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर साइबर सुरक्षा और रिजीलियंस को सशक्त बनाना है। इस दौरान विभिन्न प्रतिभागियों को साइबर चुनौती से जुड़ी टास्क दी जाएगी। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस बहु-चरणीय अभ्यास में लक्षित प्रशिक्षण सत्र, मूल्यांकन और नेतृत्व के लिए एक विशेष सत्र शामिल हैं।
रक्षा क्षेत्र की राष्ट्रीय एजेंसियों और विभिन्न हितधारकों में से 100 से अधिक प्रतिभागी इसमें भाग ले रहे हैं। यह अभ्यास वास्तविक साइबर खतरों के परिदृश्य को सजीव रूप में दर्शाने हेतु तैयार किया गया है। यहां प्रतिभागियों की विश्लेषणात्मक क्षमता और साइबर सुरक्षा कौशल को परखा जाएगा। इसे एक उच्च गतिशील और गेमिफाइड वातावरण में संचालित किया जा रहा है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि प्रतिभागियों को चुनौतियों से निपटने का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो। ‘साइबर सुरक्षा’ अभ्यास में मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों का सम्मेलन भी शामिल किया गया है, जिससे तकनीकी पक्षों और नेतृत्व की भूमिका के बीच समन्वय स्थापित हो सकेगा।
सम्मेलन में प्रतिष्ठित और विषय के विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा विचार साझा किए जाएंगे। इसका समापन एक गहन टेबल-टॉप एक्सरसाइज के साथ होगा। इस अभ्यास में प्रतिभागियों को साइबर खतरों का निर्णायक रूप से सामना करने का मौका मिलेगा। उनकी क्षमता विकसित करने में सहायता मिलेगी। इन तैयारियों के लिए प्रतिभागियों का सामना संरचित शिक्षण और व्यावहारिक चुनौतियों से कराया जाएगा। डिफेंस साइबर एजेंसी ने भविष्य में भी ऐसे अभ्यासों को नियमित रूप से आयोजित करने की योजना बनाई है, ताकि हर स्तर पर सुरक्षा को प्राथमिकता देने वाली संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सके।
इसके अलावा, भारतीय सेना की एक टुकड़ी फ्रांस के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास भी शुरू करने जा रही है। आतंकवाद विरोधी अभियानों से जुड़ा यह अभ्यास 18 जून से शुरू होगा। इसका नाम ‘शक्ति’ है। ‘शक्ति’ के 8वें संस्करण में भाग लेने के लिए सोमवार को भारतीय सैन्य दल फ्रांस के लिए रवाना हो गया। यह अभ्यास अर्ध-शहरी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों के संचालन में तालमेल और अंतर-संचालन को बढ़ावा देगा।