क्या दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में मतदान शुरू हो गया है?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में 2.75 लाख छात्र मतदाता हैं।
- मतदान प्रक्रिया 18 सितंबर को शुरू हुई है।
- मुख्य मुकाबला एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच है।
- मतगणना 19 सितंबर को सुबह 9 बजे से शुरू होगी।
- मतगणना की प्रक्रिया सीसीटीवी की निगरानी में होगी।
नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय के 50 से अधिक कॉलेजों के छात्र आज मतदान कर रहे हैं। पहली पाली का मतदान सुबह 8:30 बजे से आरंभ हुआ है। वहीं, ईवनिंग में कॉलेजों के छात्र दोपहर में दूसरी पाली में अपने मत डाल सकेंगे। यह मतदान शाम 7:30 बजे तक जारी रहेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में मुख्य प्रतिस्पर्धा कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई और भाजपा समर्थित एबीवीपी के बीच है। हालांकि, इन चुनावों में आम आदमी पार्टी और लेफ्ट समर्थित छात्र संगठनों की भी सक्रियता है। छात्र संघ चुनाव के लिए करीब 52 कॉलेजों में विभिन्न मतदान केंद्र बनाए गए हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले सभी कॉलेजों और विभागों के छात्र अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव दिल्ली की छात्र राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस वर्ष चुनाव में लगभग 2.75 लाख छात्र मतदाता अपने मत का प्रयोग कर सकते हैं। चुनाव के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए जाएंगे। वोटों की मतगणना 19 सितंबर को सुबह 9 बजे से प्रारंभ होगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, मतगणना की प्रक्रिया 19 सितंबर की शाम को समाप्त होगी, जिसके बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे। यह पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव (डूसू) के लिए केंद्रीय पैनल की चार प्रमुख सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा है। एबीवीपी ने अध्यक्ष पद के लिए आर्यन मान को नामित किया है। वहीं, उपाध्यक्ष पद पर गोविंद तंवर, सचिव पद पर कुणाल चौधरी और सह सचिव पद पर दीपिका झा एबीवीपी के उम्मीदवार हैं।
वहीं, एनएसयूआई की ओर से जोश्लिन नंदिता चौधरी अध्यक्ष पद की उम्मीदवार हैं। उपाध्यक्ष पद पर राहुल झांसला, सचिव पद पर कबीर और सह सचिव पद के लिए लव कुश बधाना चुनावी मैदान में हैं।
विश्वविद्यालय छात्र संघ में सभी छात्र संगठन अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। छात्र संगठनों का कहना है कि वे केवल छात्रों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और यह चुनाव छात्रों से संबंधित विषयों पर लड़ा जा रहा है।