क्या फल्गु नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से संकट में पड़े 12 लोग सुरक्षित हुए?

सारांश
Key Takeaways
- फल्गु नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया।
- स्थानीय लोगों ने प्रतिक्रिया दिखाई और मदद की।
- एसडीआरएफ ने बचाव कार्य में प्रमुख भूमिका निभाई।
- बाढ़ के दौरान सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
- प्रशासन को सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
गया, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। फल्गु नदी का जलस्तर रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण अचानक बढ़ गया, जिससे यह नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी। इस घटना ने लगभग 10 से 12 लोगों को संकट में डाल दिया। स्थानीय लोगों और एसडीआरएफ की टीम ने पानी में फंसे लोगों को सफलतापूर्वक बचाया।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के फल्गु नदी के पूर्वी तट पर सिक्स लेन पुल के नीचे रात में सो रहे ये लोग अचानक आए पानी के बीच फंस गए थे। पानी के तेज बहाव के कारण लोग चिल्लाने लगे, जिससे आसपास के स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंच गए।
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाई और फंसे हुए लोगों को बचाने का प्रयास शुरू किया। बाढ़ में फंसे कई लोगों को पुल के ऊपर से रस्सी फेंककर सुरक्षित निकाला गया। इस दौरान कुछ जानवरों को भी बचाया गया, जबकि कुछ नदी में बह गए। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची और राहत कार्य में जुट गई। एसडीआरएफ ने नदी के बीच फंसे बाकी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
स्थानीय युवक संतोष कुमार ने बताया कि रात में अचानक सूचना मिली कि कुछ खानाबदोश लोग, जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते रहते हैं, पुल के नीचे पिलर के पास सो रहे थे। पानी के अचानक बढ़ने से वे लोग फंस गए। संतोष ने कहा, "लोगों की चिल्लाने की आवाज सुनकर हमने तुरंत मौके पर पहुंचकर उन्हें पानी से निकाला। एसडीआरएफ की टीम भी बाद में पहुंची और बचाव कार्य में सहयोग किया।"
इस घटना ने एक बार फिर बारिश के मौसम में नदी किनारे बस्तियों और असुरक्षित स्थानों पर रहने के खतरों को उजागर किया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी तटों और निचले इलाकों में रहने से बचें।