क्या गोरखपुर के स्वर्णिम युग की शुरुआत हुई? सांसद रवि किशन ने कहा!

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क्या गोरखपुर के स्वर्णिम युग की शुरुआत हुई? सांसद रवि किशन ने कहा!

सारांश

गोरखपुर ने शुक्रवार को दो ऐतिहासिक सौगातें प्राप्त की हैं, जिनसे क्षेत्र का विकास नए मोड़ पर पहुंच गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि औद्योगिक और आर्थिक विकास की नई राहें भी खुलेंगी।

Key Takeaways

  • गोरखपुर की भौगोलिक कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
  • औद्योगिक और आर्थिक विकास की नई संभावनाएँ खुलेंगी।
  • युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर आएंगे।
  • व्यापारियों के लिए नए बाजार और सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
  • गोरखपुर उत्तर भारत के विकास का नया केंद्र बनेगा।

गोरखपुर, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। पूर्वांचल की भूमि पर विकास का एक नया अध्याय प्रारंभ करते हुए, गोरखपुर को शुक्रवार को दो महत्वपूर्ण सौगातें प्राप्त हुईं। वंदे भारत एक्सप्रेस और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे न केवल इस क्षेत्र की भौगोलिक कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करेंगे, बल्कि औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक विकास की नई संभावनाएँ भी खुलेंगी।

इन परियोजनाओं का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शिता और नेतृत्व क्षमता को दिया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में उत्साह और गर्व का माहौल है। गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला ने इन विकास परियोजनाओं को 'गोरखपुर के स्वर्णिम युग की शुरुआत' के रूप में वर्णित किया।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का दिन गोरखपुर के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा। वंदे भारत एक्सप्रेस से आम यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा, जबकि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे क्षेत्र को औद्योगिक और आर्थिक प्रगति के नए मार्ग प्रदान करेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 91.35 किलोमीटर है, जो गोरखपुर को आजमगढ़ होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा।

यह परियोजना क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों, लॉजिस्टिक्स और निवेश के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगी। रवि किशन ने इन परियोजनाओं को युवाओं, व्यापारियों और आम नागरिकों के लिए क्रांतिकारी बताया। उन्होंने कहा कि यह सब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘विकसित भारत’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के ‘सशक्त उत्तर प्रदेश’ के विजन का परिणाम है। आने वाला समय गोरखपुर और पूरे पूर्वांचल के लिए सुनहरे अवसरों की बौछार लेकर आएगा। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं न केवल युवाओं के लिए रोजगार, बल्कि व्यापारियों के लिए नए बाजार और यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाओं के नए द्वार खोलेंगी।

सांसद ने जोर देते हुए कहा कि अब गोरखपुर केवल पूर्वांचल की पहचान नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत के विकास का प्रवेश द्वार बन चुका है। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर से पटना के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पूर्वांचल की पहली हाई-स्पीड ट्रेन होगी, जो सीवान और छपरा होते हुए बिहार की राजधानी को गोरखपुर से जोड़ेगी। यह ट्रेन दोनों राज्यों के बीच तीव्र, सुविधाजनक और आधुनिक रेल यातायात का नया मानक स्थापित करेगी।

Point of View

बल्कि औद्योगिक और आर्थिक प्रगति की दिशा में भी एक मील का पत्थर साबित होंगी। ये परियोजनाएँ न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि पूरे उत्तर भारत के विकास में सहायक सिद्ध होंगी।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

वंदे भारत एक्सप्रेस की विशेषताएँ क्या हैं?
वंदे भारत एक्सप्रेस एक हाई-स्पीड ट्रेन है जो यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करती है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई कितनी है?
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 91.35 किलोमीटर है।
इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इन परियोजनाओं का उद्देश्य गोरखपुर की भौगोलिक कनेक्टिविटी को बढ़ाना और औद्योगिक एवं आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है।