क्या एनडीए को विकास कार्यों का लेखा-जोखा देना चाहिए? : कृष्णा अल्लावरु

सारांश
Key Takeaways
- कृष्णा अल्लावरु ने एनडीए पर सवाल उठाए हैं।
- जनता ने असली मुद्दों की पहचान की है।
- महिलाओं की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
- बेरोजगारी और महंगाई पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
पटना, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एनडीए गठबंधन के 'बिहार बंद' पर कांग्रेस बिहार के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जनता ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके लिए असली मुद्दे मायने रखते हैं। उन्होंने बेरोजगारी, बढ़ते अपराध, पेपर लीक, महंगाई और वोट चोरी जैसे मुद्दों को जनता की प्राथमिकता बताया।
उन्होंने केंद्र और बिहार की एनडीए सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 11 साल से केंद्र में और कई सालों से बिहार में सत्ता में होने के बावजूद जनता को कोई ठोस लाभ नहीं मिला है। वह बेरोजगारी, महंगाई, पेपर लीक और अपराध जैसे गंभीर मुद्दों पर अपना रिपोर्ट कार्ड क्यों नहीं पेश करती?
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी को इन मुद्दों पर गंभीरता दिखानी चाहिए। 11 साल से केंद्र में और बिहार में लंबे समय से सरकार चला रहे हैं, फिर भी बेरोजगारी दर क्यों नहीं घटी? महंगाई क्यों कम नहीं हुई? पेपर लीक की समस्या क्यों बरकरार है? अपराधों में कमी क्यों नहीं आई? बिहार में महिलाओं की सुरक्षा का क्या हाल है।”
कृष्णा अल्लावरु ने जोर देकर कहा कि जनता अब जागरूक हो चुकी है और वह सरकारों से उनके कामकाज का हिसाब मांग रही है। एनडीए को जनता के सामने यह बताना चाहिए कि उनकी नीतियों से बिहार की जनता को क्या फायदा हुआ। जनता जवाब चाहती है कि उनकी समस्याओं का समाधान क्यों नहीं हो रहा है। एनडीए सरकार जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम कर रही है, लेकिन बिहार की जनता अब जाग चुकी है और वह अपने हक के लिए आवाज उठाएगी।
इस बीच, महागठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी बिहार के दौरे पर हैं। इस पर कृष्णा अल्लावरु ने बताया कि रेड्डी पटना पहुंचे हैं और लोगों से मिल रहे हैं। वह लालू प्रसाद यादव के आवास पर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने आए हैं। बिहार के बाद उनका अगला दौरा असम है।