क्या बिना किसी दुर्घटना के रथ यात्रा आयोजित करना संभव है? : सीएम माझी

सारांश
Key Takeaways
- रथ यात्रा 27 जून से शुरू होगी।
- दुर्घटना-मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन तकनीक का उपयोग होगा।
- श्रद्धालुओं को ताजा भोजन और पानी की उपलब्धता पर ध्यान दिया जाएगा।
- अग्निशामक उपकरणों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।
भुवनेश्वर, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को कहा कि राज्य प्रशासन ने इस वर्ष पुरी में दुर्घटना-मुक्त रथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। रथ यात्रा 27 जून से आरंभ होगी।
पुरी में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए सीएम माझी ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य दुर्घटना-मुक्त रथ यात्रा कार्यक्रम सुनिश्चित करना है। अधिकारियों ने मुझे बताया है कि इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि रथ यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस बल और प्रशासन की पर्याप्त संख्या की तैनाती आवश्यक है। मानव संसाधनों की कमी किसी भी दुर्घटना का कारण नहीं बननी चाहिए। ओडिशा पुलिस रथ यात्रा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन तकनीक का उपयोग करेगी, जो त्वरित कार्रवाई और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए महत्वपूर्ण है।
सीएम माझी ने अधिकारियों को सलाह दी कि रथ यात्रा, सुना बेशा (स्वर्ण पोशाक) और बहुदा यात्रा (वापसी कार उत्सव) के दौरान विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि संबंधित प्राधिकारियों को अग्निशामक और यातायात कर्मियों की पर्याप्त संख्या तैनात करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए ग्रांड रोड के किनारे वॉच टावरएनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) के स्नाइपर्स को तैनात करने पर भी विचार कर रही है।
उन्होंने कहा कि अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि रथ यात्रा के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न न हो। ऑपरेशन सिंदूर के बाद कार महोत्सव के दौरान किसी भी संभावित आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए उपाय किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सलाह दी कि वे आग लगने वाली घटनाओं से बचने के लिए ग्रांड रोड पर भोजनालयों में खाने की तैयारियों पर ध्यान दें। साथ ही, उन्होंने सुनिश्चित किया कि ग्रांड रोड के होटलों में अग्निशामक यंत्र हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान समुद्र में किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए जीवन रक्षक और मछुआरे तैनात किए जाएंगे। तटरक्षक बल को समुद्र के रास्ते किसी भी खतरे को रोकने के लिए गश्त बढ़ाने की सलाह दी गई है। सीएम ने रथ यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके हवाई निगरानी पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि अनुकूल मौसम को देखते हुए इस वर्ष रथ यात्रा के दौरान पुरी में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु आने की संभावना है।
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को राष्ट्रीय राजमार्गों और पुरी को जोड़ने वाली अन्य सड़कों पर मोबाइल अस्पताल और दुर्घटना रिकवरी वैन तैनात करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस और अग्निशामक वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए ग्रैंड रोड पर फ्री फ्लोइंग कॉरिडोर बनाए जाएंगे।
राज्य के कई हिस्सों में डायरिया की स्थिति को देखते हुए सीएम ने जिला प्रशासन को सलाह दी कि वे श्रद्धालुओं को ताजा भोजन और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।