क्या पंजाब में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ को पुलिस ने हिरासत में लिया?

सारांश
Key Takeaways
- सुनील जाखड़ का हिरासत में लिया जाना राजनीतिक तनाव का संकेत है।
- किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की संख्या में कमी आई है।
- भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन दर्शाता है कि राजनीतिक मुद्दों पर असंतोष है।
चंडीगढ़, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ को पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया है। जाखड़ फाजिल्का के रायपुर गांव में केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि योजना, आयुष्मान कार्ड योजना, राशन कार्ड योजना समेत अन्य योजनाओं की जानकारी देने पहुंचे थे।
सुनील जाखड़ ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वे बलुआन क्षेत्र के इस गांव में आएंगे। शुक्रवार को उन्होंने रायपुर गांव के लिए प्रस्थान किया, लेकिन उन्हें अबोहर-डबवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस ने रोक लिया। इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने जाखड़ को हिरासत में लिया।
हिरासत में लिए जाने से पहले जाखड़ ने मीडिया से बात की। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी एक तानाशाह पार्टी है, जो भाजपा के शिविरों को आयोजित करने से रोक रही है।
जाखड़ ने बताया कि पंजाब में किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थियों की संख्या 2022 से पहले 22 लाख थी, जो अब 2024-25 में घटकर केवल साढ़े आठ लाख रह गई है। उन्होंने कहा, "मुझे गिरफ्तारी का कोई डर नहीं है। हम गरीब, किसान और कमजोर वर्ग का हक मारने वाली सरकार के खिलाफ हैं।"
इससे पहले, पंजाब पुलिस ने भाजपा के जिला अध्यक्ष काका कंबोज और बलुआणा विधानसभा क्षेत्र की कोऑर्डिनेटर वंदना सागवान को भी हिरासत में लिया था।
इस बीच, पंजाब के मोगा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को रोका, जबकि कई जगहों पर विरोध जारी रहने पर उन्हें हिरासत में लिया गया। मोगा में भाजपा के जिला प्रधान हरजोत कमल, पूर्व विधायक और उनके साथियों ने रोष रैली का आयोजन किया था।