क्या तेजस्वी यादव मुद्दों की राजनीति नहीं, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और जंगलराज की राजनीति करते हैं?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद का आरोप।
- नित्यानंद राय के बयान ने राजनीतिक तनाव को बढ़ाया।
- राजद और भाजपा के बीच की खाई और गहरी हुई।
- बिहार की राजनीति में मुद्दों से ध्यान भटकने की प्रवृत्ति।
- भीमराव अंबेडकर का सम्मान और उनकी राजनीति में भूमिका।
पटना, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और भाजपा के नेता नित्यानंद राय ने मंगलवार को राजद के नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू यादव द्वारा बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान पर भी सवाल उठाया।
नित्यानंद राय ने पूछा कि जब तेजस्वी यादव कांग्रेस के साथ थे, तब उन्होंने बाबासाहेब के लिए क्या किया? उन्होंने सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर लिखा, "तेजस्वी यादव, आप मुद्दों की राजनीति नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और जंगलराज की राजनीति करते हैं। यह आपकी पहचान है और बिहार के लोग इसे भली-भांति समझते हैं। 13 करोड़ बिहार की जनता आपके झांसे में नहीं आएगी।"
इसके बाद, उन्होंने राजद को निशाने पर लेते हुए कहा, "राष्ट्रीय जनता दल भीमराव अंबेडकर के नाम पर राजनीति करती है और उनका अपमान भी करती है। किस प्रकार से बाबासाहेब की तस्वीर को लालू यादव के जन्मदिन पर उनके पैरों के पास रखकर अपमानित किया गया, यह सबने देखा है।"
उन्होंने प्रश्न किया, "जब आप सत्ता में होते हैं, तो बाबासाहेब क्यों याद नहीं आते? और जब आप सत्ता से बाहर होते हैं, तब बाबासाहेब के नाम पर राजनीति क्यों?"
ध्यान देने योग्य है कि लालू यादव के 78वें जन्मदिन समारोह के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उनकी तस्वीर के पास भीमराव अंबेडकर की तस्वीर रखी गई थी। इस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था और पटना में लालू यादव का पुतला जलाया था।