क्या योग कार्यक्रमों का भव्य आयोजन सरकार की असंवेदनशीलता है? : कांग्रेस सांसद बलवंत वानखड़े

सारांश
Key Takeaways
- योग दिवस पर भव्य आयोजन को लेकर उठे सवाल
- कांग्रेस सांसद बलवंत वानखड़े का बयान
- देश में शोक की लहर के बीच भव्य आयोजन
- समाज में संवेदनशीलता की आवश्यकता
- योग का अंतर्राष्ट्रीय महत्व
अमरावती, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जब पूरा भारत एकजुट होकर योग कर रहा है, तब कांग्रेस सांसद बलवंत वानखड़े ने योग कार्यक्रमों के भव्य आयोजन को 'असंवेदनशीलता' करार दिया है। उनका मानना है कि देश में वर्तमान माहौल को देखते हुए इस तरह के धूमधाम भरे कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होना चाहिए।
कांग्रेस सांसद बलवंत वानखड़े ने शनिवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने हमारी माताओं-बहनों का सुहाग उजाड़ा। हाल ही में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। ऐसे में योग दिवस के लिए भव्य आयोजन करना उचित नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "देश में हाल की घटनाओं से लोग दुखी हैं। क्या इस प्रकार के आयोजनों से हम अपने लोगों के प्रति वास्तविक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं? मुझे नहीं लगता। इसलिए, मैं कहना चाहता हूं कि यह सरकार असंवेदनशील है।"
इससे पहले, बलवंत वानखड़े ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर योग दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, "योग: क्रिया में कौशल। आप सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।"
लोकसभा चुनाव 2024 में अमरावती क्षेत्र से कांग्रेस सांसद बलवंत वानखड़े ने भाजपा उम्मीदवार नवनीत राणा को हराया था।
बता दें कि योग दिवस को लेकर भारत में व्यापक उत्साह देखने को मिला है। दिल्ली से लेकर मुंबई तक लोग योग कर रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित कार्यक्रमों के तहत योग किया गया। लोगों ने कहा कि इस दिन का हिस्सा बनकर उन्हें खुशी हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने योग को न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी फैलाने का काम किया है। यही कारण है कि आज योग दुनियाभर में मनाया गया।