क्या दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने दो लापता नाबालिगों को बचाया और 24 साल के संदिग्ध को पकड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने दो नाबालिगों को सुरक्षित किया।
- एक दिव्यांग लड़का भी शामिल था।
- 24 साल का संदिग्ध गिरफ्तार किया गया।
- पुलिस ने सोशल मीडिया का उपयोग किया।
- नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर समाज में जागरूकता की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों से दो नाबालिग बच्चों को सुरक्षित रूप से खोज निकाला है, जिनमें एक दिव्यांग लड़का भी शामिल है। यह जानकारी रविवार को अधिकारियों द्वारा साझा की गई।
पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चों को उनके परिवारों से मिलवा दिया गया है, जबकि एक मामले में 24 वर्षीय एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। पहली घटना में, 8 दिसंबर को भलस्वा डेयरी पुलिस स्टेशन क्षेत्र से 16 वर्षीय दिव्यांग लड़का लापता हो गया था। उसके परिवार की शिकायत के बाद भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया गया।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, जांच एएचटीयू को सौंपी गई, जो ऐसे मामलों के लिए नोडल एजेंसी है। एसीपी सुरेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर मनोज दहिया के नेतृत्व में एक समर्पित टीम ने गहन तलाशी अभियान शुरू किया। टीम ने लड़के की तस्वीर को सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा किया और कई स्थानों पर जांच की।
जमीनी स्तर से मिली सूचना के आधार पर, लड़के को अलीपुर क्षेत्र में शनि मंदिर के पास खोजा गया। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि लड़का मानसिक रूप से परेशान है और वह घर से भटक गया था। उसे बाद में उसके माता-पिता से मिला दिया गया।
दूसरे मामले में, 20 दिसंबर को उसी पुलिस स्टेशन इलाके से 16 वर्षीय एक लड़की लापता हो गई थी। इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए एएचटीयू टीम ने उसके परिवार और दोस्तों से जानकारी एकत्रित की और कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया। टेक्निकल सर्विलांस और फील्ड वेरिफिकेशन का उपयोग करते हुए पुलिस ने लड़की को एक संदिग्ध विकास (24) के साथ भलस्वा डेयरी के समता विहार से खोजा। जांच में पता चला कि लड़की, जो कक्षा 9 की छात्रा है, संदिग्ध के संपर्क में आई थी।
पुलिस ने बताया कि कथित तौर पर उसे 19 दिसंबर को भगाकर जहांगीरपुरी के एक फ्लैट में ले जाया गया, जहां उसने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। डीसीपी पंकज कुमार ने बताया कि पीड़ितों और आरोपियों दोनों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित पुलिस स्टेशनों को सौंप दिया गया है।