क्या दिग्विजय सिंह का उद्देश्य कांवड़ यात्रा को विवादास्पद बनाना है?: विश्वास सारंग

सारांश
Key Takeaways
- दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर कांवड़ यात्रा और नमाज की तस्वीर साझा की।
- विश्वास सारंग ने इसे विवादास्पद करार दिया।
- मंत्री ने दिग्विजय को मौलाना दिग्विजय कहा।
- सारंग ने दिग्विजय से माफी मांगने की अपील की।
भोपाल, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर कांवड़ यात्रा और नमाज को लेकर साझा की गई एक तस्वीर पर युवा खेल एवं कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह का उद्देश्य कांवड़ यात्रा को विवादास्पद बनाना है।
मंत्री विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह की सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'मौलाना दिग्विजय सिंह' हमेशा से सनातन का विरोध करते आए हैं। कांवड़ यात्रा जैसे पावन पर्व को भी वे विवादास्पद बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उनसे इससे अलग कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती।
मंत्री सारंग ने दिग्विजय सिंह के पूर्व बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि जो व्यक्ति जाकिर नायक को महिमामंडित करता है, आतंकवादियों का समर्थन करता है और सेना के हर ऑपरेशन पर सवाल उठाता है, उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है।
दिग्विजय सिंह को मौलाना दिग्विजय कहकर सारंग ने कहा कि वे हमेशा हिंदू धर्म, हिंदू धर्मावलंबियों और हिंदू त्योहारों का अपमान करते हैं। दिग्विजय सिंह ने 'भगवा आतंकवाद' जैसे शब्दों का उपयोग करके सनातन को बदनाम किया है।
सारंग ने दिग्विजय सिंह को चेतावनी दी कि यदि हिंदू और सनातन धर्म के किसी त्यौहार पर ऐसी टिप्पणियां की जाएंगी, तो वह सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने दिग्विजय सिंह से माफी मांगने की अपील की। दरअसल, दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में सड़क पर कांवड़ यात्रा और नमाज पढ़ते लोगों की तस्वीर साझा की थी, जिसमें लिखा था, 'एक देश, दो कानून।'