क्या इंडिया गठबंधन के सांसदों को ईसी से मिलने नहीं दिया गया?

सारांश
Key Takeaways
- इंडिया गठबंधन के सांसदों को चुनाव आयोग से मिलने से रोका गया।
- हंगामा के दौरान सदन में चर्चा बाधित हुई।
- कांग्रेस ने भाजपा पर विपक्ष की आवाज को कुचलने का आरोप लगाया।
- दिल्ली पुलिस ने कई विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया।
- मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर चर्चा की जा रही थी।
नई दिल्ली, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। संसद के मानसून सत्र में सोमवार को बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विषय पर हंगामा जारी रहा। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन के सांसदों को चुनाव आयोग (ईसी) कार्यालय में ज्ञापन देने से रोकने पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने राज्यसभा में कहा कि इंडिया गठबंधन के सांसद चुनाव आयोग में ज्ञापन लेकर जा रहे थे, लेकिन हमें रोक दिया गया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा, "आज इंडिया गठबंधन के सांसद चुनाव आयोग के पास ज्ञापन लेकर जा रहे थे, लेकिन हमें रोक दिया गया और चुनाव आयोग से नहीं मिलने दिया गया।"
खड़गे के सवाल उठाते ही सदन में हंगामा तेज हो गया, और इसके बाद राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि चर्चा मणिपुर विधेयक पर है और मेरा मानना है कि इससे आगे की कोई भी बात रिकॉर्ड में नहीं जानी चाहिए।
कांग्रेस ने आधिकारिक एक्स हैंडल पर राज्यसभा की कार्यवाही का वीडियो साझा कर विपक्ष की आवाज को कुचलने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, "राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए, तभी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा- कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। जेपी नड्डा के आदेश का पालन करते हुए खड़गे का माइक ऑफ कर दिया गया। भाजपा इस तरह विपक्ष की आवाज को कुचल रही है।"
ज्ञात हो कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के सांसदों ने सोमवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित 'वोट चोरी' के खिलाफ संसद भवन से चुनाव आयोग मुख्यालय तक मार्च निकाला। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया।
इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत समेत विपक्ष के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया।