क्या वित्त मंत्रालय ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक को 'डिजिटल भुगतान पुरस्कार' से सम्मानित किया?

सारांश
Key Takeaways
- इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक को 'डिजिटल भुगतान पुरस्कार' दिया गया है।
- यह पुरस्कार वित्तीय समावेशन के प्रयासों को मान्यता देता है।
- बैंक ने डोरस्टेप बैंकिंग मॉडल के जरिए ग्रामीण क्षेत्र में सेवाएं बढ़ाई हैं।
- बैंक की स्थापना 2018 में हुई थी, जिसका उद्देश्य सुलभ बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना है।
- बैंक ने डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में उत्कृष्टता दिखाई है।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। डिजिटल भुगतान और वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए, वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) ने शुक्रवार को इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक को प्रतिष्ठित 'डिजिटल भुगतान पुरस्कार' 2024-25 से नवाजा है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, जो कि संचार मंत्रालय के डाक विभाग के अधीन एक पूरी तरह से सरकारी स्वामित्व वाली संस्था है।
यह पुरस्कार केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री पंकज चौधरी द्वारा प्रदान किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने के लिए आईपीपीबी के एमडी एवं सीईओ आर. विश्वेश्वरन और सीजीएम एवं सीएसएमओ गुरशरण राय बंसल नई दिल्ली में एक समारोह में उपस्थित थे।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रदर्शन सूचकांक में भारत के भुगतान बैंकों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया और वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ‘विशेष उल्लेख’ पुरस्कार भी जीता। यह उपलब्धि आईपीपीबी की मजबूत क्षमताओं और समावेशी, प्रौद्योगिकी-आधारित, नागरिक-केंद्रित बैंकिंग समाधानों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
सरकार ने एक बयान में कहा, "वित्तीय समावेशन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लक्ष्य से स्थापित, आईपीपीबी भारत में डिजिटल बैंकिंग के सबसे बड़े प्लेटफार्मों में से एक बनकर उभरा है, जो डाक विभाग के नेटवर्क की अद्वितीय पहुंच का लाभ उठाता है। यह डोरस्टेप बैंकिंग मॉडल के माध्यम से देश के दूरदराज क्षेत्रों में भी डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।"
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के एमडी एवं सीईओ श्री आर. विश्वेश्वरन ने कहा, "यह पुरस्कार डिजिटल वित्तीय सेवाओं को सुलभ, समावेशी और विश्वसनीय बनाने के लिए आईपीपीबी के प्रयासों की पुष्टि करता है। हम इस मान्यता को गर्व के साथ स्वीकार करते हैं और हर भारतीय नागरिक को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
आईपीपीबी की स्थापना 1 सितंबर, 2018 को हुई थी, जिसका उद्देश्य भारत में आम आदमी के लिए सबसे सुलभ एवं विश्वसनीय बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना है। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का मुख्य लक्ष्य उन लोगों की समस्याओं का समाधान करना है जो बैंकिंग सेवाओं से वंचित हैं, और डाक नेटवर्क का लाभ उठाते हुए अंतिम छोर तक पहुंचना है, जिसमें लगभग 1,65,000 डाकघर और 3,00,000 डाक कर्मचारी शामिल हैं।