क्या हेमा मालिनी ने 'शोले' के बारे में साझा की अनकही बातें?

सारांश
Key Takeaways
- 'शोले' एक ऐतिहासिक फिल्म है जिसने सिनेमा में नई शैली पेश की।
- हेमा मालिनी ने बसंती के किरदार को निभाते हुए उसकी आत्मा को दर्शाया।
- फिल्म का एक्शन और ड्रामा आज भी दर्शकों को आकर्षित करता है।
- नई पीढ़ी के लिए इस फिल्म को देखना जरूरी है।
- अनकही कहानियों से सिनेमा का महत्व और बढ़ता है।
मुंबई, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जब 'शोले' 1975 में रिलीज हुई, तो किसी ने यह नहीं सोचा था कि यह फिल्म हिंदी सिनेमा की सबसे बड़ी क्लासिक बन जाएगी। जय-वीरू की दोस्ती, गब्बर का खौफ, ठाकुर की बेबसी और बसंती की बकबक... ये सभी तत्व आज भी लोगों की यादों में ताजा हैं। इस फिल्म ने एक्शन, ड्रामा और इमोशन का एक नया स्तर स्थापित किया। अब जब यह फिल्म 50 साल पूरे कर चुकी है, तब खुद 'ड्रीम गर्ल' हेमा मालिनी ने उस समय की कुछ दिलचस्प और अनकही बातें साझा की।
फिल्म में हेमा मालिनी ने 'बसंती' का किरदार निभाया था। यह किरदार न सिर्फ दमदार था, बल्कि मनोरंजन का एक नया अंदाज भी लेकर आया।
राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए हेमा मालिनी ने कहा, ''जब रमेश सिप्पी ने मुझे 'शोले' का ऑफर दिया, तब मैंने सोचा कि यह रोल उनके पहले की फिल्म 'सीता और गीता' जितना प्रभावशाली नहीं होगा।'' डायरेक्टर ने मुझे समझाया, 'फिल्म में कई किरदार हैं और तुम भी उनमें से एक हो।' उस समय मैं सोच रही थी, 'मुझे छोटा रोल क्यों दिया जा रहा है? लेकिन बाद में रमेश सिप्पी ने मुझे बताया कि भले ही स्क्रीन टाइम कम हो, लेकिन मेरा किरदार फिल्म की आत्मा है। बसंती का किरदार निश्चित रूप से लोगों के दिलों में रह जाएगा, और वही हुआ।''
उन्होंने आगे कहा, ''मेरे लिए अक्सर फिल्मों में खास तौर पर एक्शन सीन बनाए जाते थे। निर्देशक कहते थे, हेमा है तो एक्शन तो होना ही चाहिए। चाहे कोई भी रोल हो, मेरे लिए कोई न कोई फाइट सीन जरूर होता था। 'शोले' में भी ऐसा ही था। मेरा सबसे यादगार सीन तांगे पर बैठी बसंती का पीछा करते डाकू वाला रहा। यह सीन आज भी मेरे दिमाग में ताजा है। पूरी यूनिट उस दिन कितनी मेहनत कर रही थी, वो आज भी मुझे याद है।''
जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी नई पीढ़ी ने 'शोले' देखी है, तो हेमा मालिनी ने कहा, ''मुझे नहीं लगता उन्होंने देखी है, लेकिन अब जब फिल्म को 50 साल हो गए हैं, तो मैं जरूर उन्हें दिखाऊंगी। एक दिन मैं उन्हें अपने घर के मिनी थिएटर में बिठाकर पूरी फिल्म दिखाऊंगी, यह तय है।''