क्या बिहार में कानून व्यवस्था पर चिराग पासवान ने उठाए गंभीर सवाल?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में अपराधों की बढ़ती घटनाएँ
- प्रशासन की नाकामी
- चिराग पासवान का प्रशासन पर सवाल
- राजनीतिक धमकियों का जिक्र
- सरकार से कार्रवाई की अपील
पटना, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। एनडीए का हिस्सा रहने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आपराधिक घटनाओं की एक गंभीर श्रृंखला बन चुकी है और प्रशासन अपराधियों के सामने पूरी तरह से नतमस्तक प्रतीत हो रहा है।
चिराग पासवान ने पटना में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि यह सच है कि इन घटनाओं पर कार्रवाई भी हुई है, लेकिन सवाल यह है कि ऐसी घटनाएं हो क्यों रही हैं? अब ऐसा लगता है कि प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह से असफल है। अगर यह स्थिति बनी रही, तो राज्य के लिए आने वाले दिन बेहद भयावह साबित हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मान लिया जाए कि यदि सरकार को बदनाम करने की साजिश के तहत भी ये घटनाएं हो रही हैं, तब भी इसे नियंत्रित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रशासन की मिलीभगत की संभावना भी व्यक्त की।
बिहार सरकार से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि समय रहते हमें इस पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "मुझे इस बात का दुख है कि मैं ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं, जहां पर अपराध पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है। इस पर नियंत्रण पाना आवश्यक है।"
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में चुनाव बहिष्कार की घोषणा करने पर चिराग पासवान ने कहा कि यदि उनमें हिम्मत है, तो एक बार ये लोग बहिष्कार करके दिखा दें। राजद जैसी राजनीतिक पार्टी अकेले चुनाव लड़ने की क्षमता नहीं रखती, तो बहिष्कार का क्या करेगी? गठबंधन में शामिल कांग्रेस सबसे पुरानी पार्टी है; वह भी अकेले चुनाव नहीं लड़ सकती। ये सब केवल धमकी देने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष को डरा कर वोट पाने की आदत हो गई है। लोकसभा में ऐसे ही आरक्षण समाप्त होने और संविधान खत्म होने का डर फैलाया गया था। कहां का संविधान समाप्त हो गया? उन्होंने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर ये लोग डर फैला रहे हैं। यदि उनके पास सबूत हैं, तो दिखाएं। वे केवल हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई घुसपैठिया हमारे देश के मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सकेगा, हम ऐसा नहीं होने देंगे और किसी मतदाता का नाम भी नहीं कटेगा।